Mar 2, 2024
1 साल के छोटे बच्चे कृष कुमार शर्मा को पारस के आपातकालीन विभाग ले जया गया था | घर पर खेल खेल में कृष एक नाख़ून कटर का उपरी हिस्सा याने पुशर को अपने मुख में रख लिया. और पुशर उसके पेट में चला गया. कृष रोने लगा | उसकी मा तुरंत उसके पास गयी नाइल कटर का हिस्सा देख कर वो समझ गयी की कृष ने शायद पुशर निगल लिया है | वो अपने पति का साथ तुरंत कृष को दरभंगा के पारस अस्पताल ले गयी और बताया की कृष ने कुछ निगल लिया है |
आपातकालीन विभाग ने बिना विलंब पेट रोग के विख्यात डॉक्टर शरद कुमार झा के अंदर कृष को भर्ती किया और डॉक्टर को सूचित किया |
डॉक्टर शरद ने शीघ्र ही बच्चे को आधुनिक एंडोस्कोपी विधि के लिए तय्यार करवाया. एंडोस्कोपी के दौरान कॅमरा द्वारा यह देखा गया की कृष के पेट में नाख़ून कटर का पुशर था | इस पुशर की लंबाई लगभग 2 इंच थी | डॉक्टर शरद ने फोर्सेप के ज़रिए कॅमरा की मदद से काफ़ी सावधानीपूर्वक बच्चे के पेट से पुशर को निकाला | बच्चे को किसी प्रकार की हानि नही पहुचि | इस विधि में लगभर 35 मिनिट लगे | यह एंडोस्कोपी सफल रहा |
कृष को इस तरह एक नया जीवन मिला | उसकी मा रो रोकर बहाल हो चुकी थी | पर इलाज के सफलता के बाद वो पारस और डॉक्टर शरद की प्रशंसा करते नही थकि | डॉक्टर शरद ने बताया की पूरे मिथिला में केवल दरभंगा के पारस के ही पास यह आधुनिक एंडोस्कोपी विधि की सुविधा उपलब्ध है | 1 साल के बच्चे कृष को भर्ती होने के दूसरे दिन ही छुट्टी भी दे दी गयी |