Mar 2, 2024
गुडगांव, 4 जनवरी 2018: दिल्ली न्युरोलॉजिकल एसोसिएशन (डीएनए) के सदस्योँ ने एसोसिएशन के इतिहास को याद किया जब 1936 में पहली बार देशभर के बेहत्स्रीन न्युरोसर्जन एकजुट हुए और भारत में आम लोगोँ के इलाज का संकल्प लिया। न्युरोसर्जरी एक बेहद जटिल क्षेत्र है और डीएनए देशभर के 465 बेहतरीन न्युरोसर्जंस की एक सन्युक्त आर्यक्रम कोशिश का नतीजा है। डीएनए 2018 एक ऐसा कार्यक्रम था जहाँ न्युर्सर्जरी के क्षेत्र में आई नवीनतम क्रांतियोँ. स्पाइनल इंजरी, ब्रोंकियल प्लेक्सस इंजरी व अन्य विषयोँ पर चर्चा के माध्यम से क्षेत्र की उपलब्धियोँ से अवगत होने का अवसर मिला। कार्यक्रम का मुख्य पहलू था देश के बेहतरीन न्युरोसर्जन और वर्तमान समय में पारस हॉस्पिटल के न्युरोसर्जरी विभाग के प्रमुख डॉ. वी.एस. मेहता को लाइफ टाइम अचेवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया जाना।
वर्ष 2005 में पद्मश्री पुरस्कार से नवाजे गए डॉ. वी.एस.मेहता न्युरोसर्जरी और देश के बेहतरीन न्युरोसर्जंस को प्रशिक्षण देने के मामले में अपने आप में एक संस्थान हैं। 40 वर्षोँ के लम्बे अनुभव और दुनिया भर में अपनी प्रतिभा के लिए एक अलग पहचान रखने वाले डॉ. वी. एस. मेहता आज भी बेहद सरलता के साथ कहते हैं, “इस तरह के सम्मान हमेँ अपनी क्लीनिकल यात्रा कि आगे बढाने के लिए आत्मविश्वास और प्रोत्साहंदेते हैं। मैं मेडिकल प्रोफेशनल्स को सम्मानित करने के लिए नियुक्त अपने दौर की सक्षम जूरी का आभार व्यक्त करता हूँ। एक डॉक्टर बनने और उसके बाद एक सुपर स्पेशियलिस्ट बनने के लिए बहुत कटःइन मेहनत करनी पडती है। इस तरह के कार्यक्रम निश्चित रूप से मेडिकल फ्रेटर्निटी में एक सकारात्मक असर डालेंगे। डीएनए जैसे एसोसिएशन की जरूरत हमेशा बनी रहेगी क्योंकि उनका कार्य अप्रत्याशित है। डीएनए भारत में न्युरोसर्जरी के तेजी से विकसित हो रहे परिदृश्य का एक प्रमाण है।”
डॉ. वी.एस. मेहता एम्स दिल्ली में भी न्युरोसर्जरी के विभागाध्यक्ष रह चुके हैं। उनकी विशेषज्ञता स्टेम सर्जरी, ब्रेन ट्युमर, ब्रेन एन्युरिज्म और ब्रेकियल प्लेक्सस सर्जरी में है। उनकी मेडिकल प्रोफेशनल यात्रा बेहतरीन सफलताओँ से लबालब भरी हुई है, उनकी सर्जरी की सफलता की दर 99% है। हाल ही में उन्होने उजबेकिस्तान की एक 4 साल की बच्ची की जटिल ब्रेन ट्युमर की सर्जरी कर यह साबित कर दिया कि उनकी एक्सपर्टीज का स्तर उनके बेहतरीन कार्यअनुभव का बेजोड नमूना है। रेयर ब्रेन ट्युमर के इलाज हेतु 4 देशोँ की यात्रा कर चुका यह परिवार अब तक बच्ची को स्वस्थ्य जीवन दिला पाने में असफल रहा था। उनकी कम कीमत में बेहतरीन इलाज की तलाश पारस हॉस्पिटल में डॉ. वीएस मेहता के पास आकर पूरी हुई।
डीएनए के आयोजक कहते हैं,“हम डीएनए 2018 का आयोजन कर बेहद प्रसन्न हैं। हम सब सन्युक्त रोप से देश में पब्लिक हेल्थ को प्रोत्साहन देने की बडी जिम्मेदारी निभा रहे है। डॉ. वी.एस. मेहता जैसे पुरोधा न्युरोसर्जिकल ऑपरेशन के क्षेत्र में हमारे मार्गदर्शक हैं। पारस हॉस्पिटल्स इमेज गाइडेड ब्रेन ट्युमर नेविगेशन टेक्नॉलजी उनके प्रयासोँ के लिए एक पुरस्कार है। हम ऐसे प्रयासोँ को प्रोत्साहन देते हैं।“