Mar 2, 2024
दरभंगा, 12 जनवरी 2017। पारस ग्लोबल हाॅस्पिटल, दरभंगा ने खून की उल्टी कर रहे 65 वर्षीय बुजुर्ग अभय कुमार मिश्र को इलाज कर राहत दिला दी। लीवर सिरोसिस से पीड़ित श्री मिश्र का खून लीवर खराब होने के कारण गला की नस होकर हृदय में जा रहा था, इसके चलते खून की नली काफी फूल गयी थी तथा पेट में अंगूर के गुच्छे के समान खून जमा हो गया था। इसी कारण से मरीज खून की उल्टी कर रहा था।
इलाज करने वाले हाॅस्पिटल के गैस्ट्रो इंटेरियोलाॅजी विभाग के डाॅ. शरद कुमार झा ने बताया कि मरीज को गंभीर अवस्था में खून की उल्टी करते हुए लाया गया था। जांच-पड़ताल के बाद पता चला कि वह लीवर सिरोसिस से ग्रस्त थे। डाॅ. झा ने कहा कि पेट, पैर की नस से खून लीवर से होते हुए हृदय तक पहुचता है, लेकिन चूंकि इनका लीवर खराब था, इसलिए खून सीधे गला की नस होते आगे जा रहा था जिससे इनके पेट में खून का थक्का जमा हो गया था। इस बीमारी का नाम हिमैटीसेसिस 4 एपिसोड है। मरीज का करीब तीन लीटर खून उल्टी के माध्यम से निकल चुका था। शरीर में खून की काफी कमी हो गयी थी। तब उन्हें दो यूनिट खून चढ़ाया गया। फिर जी.आई.इंडोस्कोपी कर ग्लू का इंजेक्शन दिया गया तब जाकर स्थिति सामान्य हो गयी। मरीज को करीब एक सप्ताह अस्पताल में रहना पड़ा। अब वह बिल्कुल ठीक हैं।
डाॅ. झा ने बताया कि अगर समय से मरीज को अस्पताल नहीं लाया गया होता तो उसकी जान को गंभीर खतरा हो सकता था क्योंकि जिस तरह से खून उल्टी हो रही थी, तो ऐसे में शरीर में खून की कमी हो जाने पर कुछ भी खतरा संभव था।