Mar 2, 2024
पटना 9 मई 2018: पारस एचएमआरआई सुपर स्पेशिलिटी हाॅस्पिटल, राजा बाजार, पटना में रविवार 6 मई को थर्ड बिहार नी अर्थोस्कोपी एंड आष्टियोटाॅमी कोर्स कि लाइव सर्जरी पर वर्कशाॅप का आयोजन किया गया। जिसमें बिहार-झारखंड के वरीय 80 डाॅक्टरों ने भाग लिया। इसमें पीएमसीएच, पटना, एम्स, आईजीआईएमएस, एनएमसीएच के डाॅक्टर भी मौजूद थे। इस वर्कशाॅप में पारस एचएमआरआई हाॅस्पिटल के हड्डी रोग विभाग के डायरेक्टर डाॅ. जाॅन मुखोपाध्याय, डाॅ. अरविन्द कुमार गुप्ता ने भी लाइव सर्जरी की। डाॅ. मुखोपाध्याय ने घुटने का आॅपरेशन किया जबकि डाॅ. गुप्ता ने लिगामेंट का आॅपरेशन किया। वर्कशाॅप में दिल्ली से आए डाॅ. आई. पी. एस. ओबेराॅय ने घुटने के मेजिस्कस (वाॅशर) एवं आर्टिलेज का आॅपरेशन किया जबकि कोलकाता से आए डाॅ. विकास कपूर एवं डाॅ. राजीव रमण ने क्रमशः एसीएल रिकंस्ट्रक्शन एवं एमपीएफएल रिकंस्ट्रक्शन का आॅपरेशन किया।
इस मौके पर अपने संबोधन में डाॅ. जाॅन मुखोपाध्याय ने कहा कि 42-45 की उम्र में लोगों को घुटने में दर्द हो जाता है जिसके कारण घुटने में टेढ़ापन शुरू हो जाता है। अगर इस समय टेढ़ापन को ठीक कर दिया जाय तो बीमारी पूर्णतः ठीक हो जाती है। डाॅ. अरविन्द प्रसाद गुप्ता ने कहा कि पैर में लचक, सीढ़ी चढ़ने-उतरने में दिक्कत, घुटने में दर्द हो, घुटना लाॅक हो जाए तो समझना चाहिए कि लिगामेंट में गड़बड़ी हो गयी है। इसलिए दूरबिन से लिगामेंट का आॅपरेशन करने में ये समसयाएं पूर्णतः ठीक हो जाती हैं।
डाॅ. आई.पी.एस, ओबेराॅय ने कहा कि अगर घुटना लाॅक हो जाए और काफी दर्द हो तो इसका दूरबीन प्रवृति से आॅपरेशन करा लेना चाहिए नही ंतो आगे चलकर घुटना तेजी से हिलने लग जाता है और मरीज को आर्थराइटिस की बीमारी हो जाने की संभावना रहती है।
वर्कशाॅप में पटना एम्स के डाॅ. अनूप कुमार तथा डाॅ. सुदीप कुमार, आईजी आईएमएस के डाॅ. मनीष कुमार, पीएमसीएच के डाॅ. राकेश चैधरी, एनएमसीएच के डाॅ. रजत मणि तथा डाॅ. महेश तथा पटना के डाॅ. गुरूदेव कुमार भी शामिल हुए। कार्यक्रम के अंत में सारे पार्टीसिपेंट दूरबीन से घुटना देखने की तकनीक ड्राई माॅडल पर प्रैक्टिस किया।