महिलाओं में हार्ट अटैक के मुख्य लक्षण एवं कारण
Feb 28, 2023
हार्ट अटैक के लक्षण:
- एनजाइना - एनजाइना का मतलब छाती में भारीपन होना।
- एनजाइना इक्विवलेंट - एनजाइना इक्विवलेंट का मतलब है सांस में कमी होना
- एसिडिटी
- गैस की दिक्कत
- घबराहट
- बेचैनी
- पसीना आना या डायफोरेसिस।
यह सारे लक्षण दिल की खराबी के लिए गिने जा सकते हैं।
अगर आपको छाती के आस पास दर्द होता है, तो ये जरूरी नहीं है कि वो दिल की बीमारी ही हो। अगर आप कहते हैं कि छाती के ऊपर दर्द हो रहा है या नीचे दर्द हो रहा है तो वह दिल की बीमारी नहीं है। दिल की बीमारी होने पे ऐसा महसूस होता है जैसे की दिल पे एक या दो किलो वज़न रखा हुआ हैं। अगर आप चलेंगे तो ये दर्द बढ़ जाएगा, और बैठेंगे तो ये दर्द कम हो जाएगा। और ये बजन आपके गले पर, दोनों बाजू पर, पीठ पर जा सकता है और आपको पसीना, घबराहट, बेचैनी जैसे लक्षण महसुस हो सकते हैं। डायबिटीज के मरीज़ या महिलाएं, खासकर बृद्ध महिलाओ, में निम्मन लक्षण पाए जाते है. जैसे कि नसो का सुन होना, एसिडिटी होना, घबराहट होना, बेचैनी होना और सांस लेने में तकलीफ होना। मरीज को कई बार ऐसे लक्षण भी आते हैं जैसे की पहले उनको 1 किमी चलने में कोई परेशानी नहीं होती थी पर अब 100 मीटर चलने के बाद ही सांस की तकलीफ होने लगती है, तो ये सब लक्षण दिल के बीमारी के है। और जैसे ही अगर आपको यह लक्षण आ रहे हैं तो तुरंत आप अपने कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर (दिल के डॉक्टर) से मिलिए।
महिलाओ में हृदय रोग के जोखिम कारक निम्मनलिखित है:
- मोडिफिएबल रिस्क फैक्टर
- नॉन मोडिफिएबल फेक्टर
नॉन मोडिफिएबल का मतलब होता है जिसको आप बदल नहीं सकते। जैसे की पारिवारिक इतिहास। अगर आपके परिवार में किसी को हार्ट अटैक 60 साल से पहले आया हैं, तो आपको हार्ट अटैक होने की संभावना है 3 गुना ज़्यादा बढ़ जाती है और इसके बड़े कारक है:
- डायबीटीज
- हाई ब्लड प्रेशर
- हाई कोलेस्ट्रॉल
- स्ट्रेस
- स्मोकिंग
- लैक ऑफ़ स्लीप
- डिप्रेशन
- अकेलापन
- कोविड - COVID की वजह से भी दिल की बीमारी बड़ी है।
क्या इसीजी के द्वारा जान सकते हैं हार्ट अटैक हुआ है या नहीं?
अगर आपका ईसीजी टेस्ट असामान्य है तो इसका मतलब आपको हार्ट अटैक हुआ है। असामान्य ईसीजी टेस्ट का मतलब है कि आप स्टेज तीन में है, लेकिन ऐसा भी कई बार होता है कि ईसीजी सामान्य है लेकिन फिर भी मरीज को दिल में ब्लॉकेज होती है या दिल की दिक्कत होती है। तो इसका मतलब है कि आप स्टेज दो में है यानी की हार्ट अटैक होने की संभावना है। इसके लिए आपको स्ट्रेस इको, स्ट्रेस टेस्ट या टीएमटी टेस्ट कर।ना फायदेमंद रहेगा।
अगर आप जानना चाहते हैं कि आपको दिल की बीमारी है या नहीं? तो आप डॉक्टर के दिशानिर्देश ईसीजी के अलावा सीटी (CT) कैल्शियम स्कोरिंग का टेस्ट भी करवा सकते हैं. इस टेस्ट की मदद से आप देख सकते हैं कि आपको कोई ब्लॉकेज है या नहीं।
एंजियोग्राफी - ये एक एक्स-रे परीक्षण है जिसमें एक नस या धमनी के अंदर रक्त के संचलन की स्पष्ट तस्वीरें लेने के लिए एक कैमरे के साथ एक डाई का उपयोग करते हैं।
एंजियोग्राफी तीन प्रकार की होती है:
- सीटी एंजियोग्राफी
- मिनी एंजियोग्राफी
- मेजर एंजियोग्राफी।
सीटी एंजियोग्राफी सीटी स्कैन की तरह देखी जाती है। मिनी एंजियोग्राफी आपके कलाई के द्वारा छोटी सूई डाल कर चेक किया जाता है। और मेजर एंजियोग्राफी की जांच आपकी जांघ के द्वारा की जाती है। मेजर एंजियोग्राफी की आवश्यकता ज्यादातर नहीं पड़ती है, ज्यादातर हम मिनी एंजयोग्राफी के द्वारा ही जानकारी ले सकते हैं और अगर कोई ब्लॉकेज 70% से ज्यादा है तो मिनी एंजियोग्राफी के द्वारा, कलाई के द्वारा हम वायरिंग, बलूनिंग, स्टैंटिंग कर सकते हैं। आजकल नए साधन आ गए है जिसमें, हम स्टेंट डालना टाल भी सकते हैं, जैसे की ड्रग एल्यूटिंग बुलेट्स या शॉक वेव लिथोट्रिप्सी।
क्या मैं अपने दिल के स्वास्थ्य की जांच घर पर चेक कर सकते हैं?
हां दिल के स्वास्थ्य की जांच घर पर की जा सकती हैं। ये निम्नलखित 5 चीज़ों का ध्यान में रख कर हार्ट स्ट्रोक को रोका जा सकता है:
- पल्स
- ब्लड प्रेशर (रक्तचाप)
- फास्टिंग ब्लड शुगर
- सेचूरेशन वैल्यू
- वाकिंग डिस्टेंस(चलने की दूरी)
अगर ये 5 चीजे नियंत्रण में हैं, तो 90% उम्मीद है कि आपको ब्रैन स्ट्रोक, हार्ट स्ट्रोक नहीं होगा।
हार्ट फेलियर का मतलब होता है, कि आपके दिल की पंपिंग 35% से कम हो गई है। अगर आपके हार्ट की पंपिंग 35% से कम हो गई है, तो ये निम्न तीन लक्षण दिखाई देती हैं:
- लक्षण जो मरीज़ को दिखाई देते है - मरीज़ को दिखाई देगा सांस की तकलीफ, घबराहट, बेचैनी। लेटेंगे तो सांस की तकलीफ बढ़ जाएगी, बैठेंगे तो कम हो जाएगी। पेट में सूजन आना, पैरों में सूजन आना क्योंकि दिल की मासपेशियों का पंप कमजोर हो जाता है।
- लक्षण जो डॉक्टर को दिखाई देते है - डॉक्टर को दिखाई देता है मल्टी ऑर्गन फैलियर क्योंकि दिल हमारे शरीर के बीच का पंप है वहीं से सारी सप्लाई जा रही है। अगर दिमाग में सप्लाई कम जाएगी तो रिस्क ऑफ हार्ट स्ट्रोक होने की संभावना है। किडनी में कम जाएगी तो रिस्क ऑफ किडनी फेलियर, अंतड़ियों में कम जाएगी तो लीवर फेलियर, भूख में कमी होने की संभावना है। तो उसको बोलते हैं मल्टी ऑर्गन फैलियर जो डॉक्टर को दिखाई देता है।
- लक्षण जो किसी को दिखाई नहीं देते - इसमें एकदम से दिल की बीमारी से मौत हो सकती है। अगर आपकी दिल की पंपिंग 35% से कम है तो यह एन्ड स्टेज केंसर से भी बुरा होता है। ऐसे मारिजो को तुरत हॉस्पिटल में कार्डियोलॉजी डॉक्टर से जांच करवानी चाहिए। हार्ट फेलियर के कुछ मुख्य क।रनो में दिल की मस्पेशियो की कमजोरी और धामनियो में रुकावट शामिल होती है। तो इसीलिए अगर किसी को हार्ट फेलियर है तो तुरंत अपने हॉस्पिटल में अपनी जांच कराइए, इको की जांच करिए और जानिए की क्या कारण है हार्ट फेलियर का। अगर आपकी दिल की मासपेशी कमजोर है और धमनियों में रुकावट है तो उसको बोलते हैं स्कीमिक हार्ट फैलियर। अगर धमनियों में ब्लॉकेज नहीं है तो उसको हम बोलते हैं नॉन स्कीमिक हार्ट फैलियर। जो नॉन स्कीमिक हार्ट फेलियर कई बार गर्भावस्था में भी पाया जाता है, थाइरोइड की वजह से हो सकता है, विटामिन डी की कमी की वजह से हो सकता है, और इंफेक्शन की वजह से हो सकता है। हार्ट फेलियर किसी उम्र सीमा से मुक्त है और ये किसी भी उम्र में हो सकता है।