Mar 2, 2024
दरभंगा 30 मई 2018: तम्बाकू सेवन से बिहार में प्रति वर्ष 40 हजार से अधिक लोगों की मौत हो जाती है। धूम्रपान के कारण भारत में प्रतिदिन 2200 लोगों की मौत हो जाती है। इसका मतलब है कि प्रति 2 मिनट में तीन लोगों की मौत होती है। तम्बाकू सेवन के कारण भारत में हर साल आठ लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो जाती है। तम्बाकू सेवन से प्रतिवर्ष अपने देश में 4 लाख कैंसर के नये रोगी, 13 लाख हृदय रोग के मरीज तथा 80 फीसदी से ज्यादा लंग्स कैंसर रोगी पाये जाते हैं। यह बातें पारस ग्लोबल हाॅस्पिटल, दरभंगा में विश्व तम्बाकू निषेध दिवस के मौके पर 30 मई बुधवार को इसके सेवन के खिलाफ आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में हाॅस्पिटल के प्रसिद्ध पाल्मोनोलाॅजिस्ट डाॅ. मकसूद आलम ने कहीं।
कार्यक्रम में मौजूद कैंसर के विशेषज्ञ डाॅ. सुधाकर सिंह ने तम्बाकू के सेवन से होने वाली घातक बीमारियों के बारे में बताया और कहा कि किसी भी स्थिति में तम्बाकू का सेवन नहीं करना चाहिए। कार्यक्रम में सैकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया तथा इस दौरान लोगों के द्वारा पूछे गये सवालों का जबाव डाॅक्टरों ने दिया।
डाॅ. सिंह ने बिहार में बढ़ते कैंसर के मामलों पर चिंता जतायी और कहा कि राज्य में तम्बाकू सेवन कैंसर का प्रमुख कारण हैं। यहां के लोग विभिन्न तरह से तम्बाकू का सेवन करते हैं। कोई सिगरेट पीता है तो कोई खैनी खाता है, तो कोई गुटखा के रूप में इसका इस्तेमाल करता है। खैनी बिहार के लोगों की जीवन शैली में शामिल है। बिहार में मुंह का कैंसर अधिक होता है। डाॅ. सिंह ने कहा कि लोगों में तम्बाकू से होने वाले कैंसर के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाने की जरूरत हैं। उन्होंने कहा कि 56 फीसदी से अधिक कैंसर के मामले तीसरे स्टेज में पकड़े जाते हैं जिसमें इसके ठीक होने की संभावना नगण्य होती हैं। महिलाओं को भी अनियमित मासिक धर्म को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए क्योंकि यह भी बड़ी बीमारी का लक्षण बन सकता है। हाॅस्पिटल ने लोगों की सुविधा के लिए एक नम्बर 06272 66 77 00 जारी किया है जिस पर कोई भी पूछताछ कर सकता है।